आरती माँ लक्ष्मीजी – Overview
Name of post : | आरती माँ लक्ष्मीजी |
Location : | india |
आरती माँ लक्ष्मीजी - ॐ जय लक्ष्मी माता - Shri Laxmi Mata - Om Jai Lakshmi Mata
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आरती: माँ लक्ष्मीजी की आरती | महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि | यूट्यूब लक्ष्मी आरती वीडियो के लिरिक्स / बोल हिन्दी और अंग्रेज़ी में सुनें | Mahalakshmi Namastubhyam, Namastubhyam Sureshvari Shri Laxmi Aarti Hindi Aur English Main
लक्ष्मीजी आरती (Laxmi Mata Aarti) 2022
देवी लक्ष्मी, भगवान विष्णु की पत्नी, भक्तों द्वारा मुख्य रूप से शुक्रवार, गुरुवार के साप्ताहिक दिनों, वैभव लक्ष्मी व्रत और दीपावली में लक्ष्मी पूजा के दिन आमंत्रित की जाती हैं, जिसके तहत भक्त देवी लक्ष्मी की आरती करते हैं।
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता...॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
दिवाली 2022
दिन |
तिथि (कार्तिक) |
त्योहार |
22 अक्टूबर |
कृष्ण द्वादशी |
धनतेरस, धनत्रयोदशी, धन्वंतरि जयंती, यम दीपम, प्रदोष व्रत, आयुर्वेद दिवस, बटेश्वर मेला आरंभ |
23 अक्टूबर |
कृष्ण त्रयोदशी |
दिवाली (एक दीपक), मासिक शिवरात्रि, काली चौदस, हनुमान पूजा |
24 अक्टूबर |
कृष्ण चतुर्दशी |
दीवाली, लक्ष्मी पूजा, नरक चतुर्दशी, केदार गौरी व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, काली पूजा, महावीर जी निर्वाण दिवस, बंदी छोड़ दिवस |
25 अक्टूबर |
कृष्ण अमावस्या |
सूर्य ग्रहण (आंशिक), दर्श अमावस्या, कार्तिक अमावस्या सूतक: 3:17 AM - 5:42 PM |
26 अक्टूबर |
शुक्ल प्रतिपदा |
गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, भाई दूज, यम द्वितीया, भाऊ बीज, चित्रगुप्त पूजा, बलि प्रतिपदा, द्यूत क्रीडा |