ESIM Card News – Overview
Name of post : | ESIM Card News |
Location : | india |
ESIM Card News: अब सिम की जरूरत नहीं पड़ेगी, बिना सिम कॉल और इंटरनेट चलेगा, यहां से देखे नया तरीका: eSIM कार्ड वर्तमान में iPhone और Android दोनों के लिए उपलब्ध है। फोन के लिए सिम कार्ड होना बहुत जरूरी है। क्योंकि बिना सिम कार्ड के हम मोबाइल में इंटरनेट और कॉल नहीं कर सकते हैं। लेकिन मौजूदा समय में इस सिम का इस्तेमाल और क्रेज बढ़ता जा रहा है। अब भारत में लगभग सभी कंपनियां ई-सिम की सुविधा देने लगी हैं। Google ने ई-सिम कार्ड को दुनिया में सबसे पहले 2017 में लॉन्च किया था। ई-सिम कार्ड की पूरी जानकारी नीचे दी गई है। इसलिए इस लेख को अंत तक पूरा पढ़े।
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ई-सिम का मतलब एंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल है। अगर आप ई-सिम लेना चाहते हैं तो यह फिजिकल फॉर्म में नहीं है। इसमें आपको किसी भी तरह का कार्ड फोन में नहीं डालना है। यह दूरसंचार कंपनी के माध्यम से हवा में सक्रिय होता है। इसमें आपको सिम कार्ड के सभी फीचर्स मिलते हैं। फिलहाल यह फीचर सिर्फ प्रीमियम फोन में ही उपलब्ध है। अगर आप अपने फोन में किसी तरह का फिजिकल सिम नहीं डालना चाहते हैं तो आप अपने पसंदीदा टेलीकॉम स्टोर पर जाकर ई-सिम खरीद सकते हैं। आप अपने पुराने सिम को ई सिम में भी बदल सकते हैं।
ई-सिम के इस्तेमाल से फोन में जगह बचती है। मोबाइल में अलग से सिम ट्रे की जरूरत नहीं है। फिजिकल सिम और ई सिम के काम करने के तरीके में कोई अंतर नहीं है। ई-सिम 4जी और 5जी जैसे नेटवर्क को भी सपोर्ट करता है। अगर आप भी अपने फिजिकल सिम को ई-सिम में बदलने की सोच रहे हैं। इसलिए आपको ई-सिम के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में पता होना चाहिए।
जगह की बचत: ई-सिम कार्ड के कारण डिवाइस में अलग से सिम कार्ड ट्रे लगाने की जरूरत नहीं है। यह स्थान बचाता है और शेष स्थान का उपयोग अन्य महत्वपूर्ण घटकों के लिए किया जा सकता है।
Anti-Theft: इस सिम कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह कभी खो या चोरी नहीं हो सकता। लेकिन आपका फोन चोरी हो जाना अलग बात है। लेकिन चोर आपका ई-सिम नहीं निकाल सकता इसलिए उसे पकड़ना आसान है।
बैटरी की कम खपत: ई-सिम कार्ड को सॉफ्टवेयर की मदद से एक्टिवेट किया जाता है। इसलिए यह भौतिक सिम कार्ड की तुलना में कम बैटरी की खपत करता है।
नेटवर्क स्विचिंग: ई-सिम के जरिए सर्विस प्रोवाइडर बदलना आसान है, जैसे कि आप किसी कंपनी के ग्राहक हैं और आप जियो की सर्विस लेना चाहते हैं। तो आप बिना अपना नंबर बदले और बिना सिम कार्ड बदले जियो की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
Best For Travels: ई-सिम अपने देश या विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि यह उपयोगकर्ता को रोमिंग शुल्क से बचाता है।
बेहतर सुरक्षा: जानकारों के मुताबिक ई-सिम फिजिकल सिम के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है।
ई-सिम को जल्दी से स्विच करना कभी आसान नहीं रहा। अगर आपका मोबाइल फोन काम करना बंद कर देता है तो आप आसानी से सिम निकाल कर दूसरे फोन में लगा सकते हैं और उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ई-सिम होने के मामले में यह काम थोड़ा मुश्किल है। हालाँकि, क्लाउड में जानकारी और संपर्कों को संग्रहीत करके डेटा को एक फ़ोन से दूसरे फ़ोन में स्थानांतरित करना आसान है। ई-सिम को आप स्मार्टफोन से आसानी से नहीं निकाल सकते हैं। लेकिन अगर आपका स्मार्टफोन चोरी हो जाता है तो आप उसकी लोकेशन को आसानी से छुपा नहीं सकते, यही इसका सबसे बड़ा फायदा है। यदि आप चिंतित हैं कि आपकी गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है तो इसे एक नकारात्मक पहलू के रूप में देखा जा सकता है।
अगर आप जियो की ई-सिम लेना चाहते हैं तो आपको अपने नजदीकी जियो स्टोर, रिलायंस स्टोर या जियो रिटेलर के पास जाना होगा। जैसे आप अपने लिए सिम खरीदते हैं वैसे ही आपको ई-सिम खरीदना होगा। यानी इसके लिए आपको एक पहचान पत्र और एक फोटो देनी होगी। आधार कार्ड आजकल पहचान पत्र के रूप में अधिक लोकप्रिय है। यह फोटो भी फिजिकल की तुलना में सीधे मोबाइल से ली जाती है। फॉर्म भरने के बाद आप इस सिम सपोर्ट से फोन का आईएमआई नंबर भी मांग सकते हैं। इसके बाद ई-सिम को एक्टिवेट करने के लिए क्यूआर कोड आएगा।
अगर आप एयरटेल यूजर हैं तो सबसे पहले आपको 121 पर एसएमएस भेजना होगा। इसमें ई-सिम के साथ आपको अपनी ईमेल आईडी लिखकर भेजनी होगी। अगर आप Vodafone के ग्राहक हैं तो सबसे पहले eSIM उसके बाद स्पेस और ईमेल आईडी लिखकर 199 पर भेजें। फिर रिप्लाई आएगा आपको ESIMY लिखकर भेजना होगा। फिर आपसे कॉल के जरिए अनुमति मांगी जाएगी और फिर क्यूआर कोड प्राप्त होगा।
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